1.
हड़प्पा -वासी किस वस्तु के उत्पादन में सर्वप्रथम थे ?
2.
निम्नलिखित में से वह दस्तकारी कौन-सी है जो आर्यों द्वारा व्यवहार में नहीं लाई गई थी ?
3.
आरंभिक बौद्ध साहित्य किस भाषा में रचे गए ?
4.
भारतीय रंगमंच में यवनिका (पर्दा) का शुभारंभ किसने किया ?
5.
महावीर का जन्म किस नाम के क्षत्रिय गोत्र में हुआ था ?
6.
'आजद हिन्द फौज' किसके नेतृत्व में लड़ी थी?
7.
निम्नलिखित में से किसने कहा था – “मैं अंग्रेज़ी साम्राज्य की नींव हिला दूंगा”?
8.
सविनय अवज्ञा आन्दोलन का मुख्य उद्देश्य क्या था?
9.
रौलेट एक्ट लाने का क्या प्रयोजन था?
10.
'पंजाब केसरी' की उपाधि किसको दी गई थी?
11.
निम्नलिखित में से कौन-सी जनजाति, मुख्यत: अंडमान एंव निकोबार द्वीप समूह में निवास करती है?
12.
किस हिमालय शिखर को ‘सागर माथा’ भी कहा जाता है?
13.
विश्व का सबसे बड़ा नदी द्वीप माजुली किस राज्य में स्थित है?
14.
गोबिंद सागर नाम की एक कृत्रिम झील 1976 में _______ नदी पर भाखड़ा में एक विशाल जलविदि्युत बाँध द्वारा बनाई गई थी?
15.
किसी देश का मानक समय GMT से गुणकों में भिन्न होता है
16.
गाडगिल फॉर्मूले ने भारत में किस पंचवर्षीय योजना के उद्देश्यों को प्रभावित किया?
17.
निम्नलिखित में से कौन सा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक ब्रिक्स देशों के न्यू डेवलपमेंट बैंक से ऋण प्राप्त करेगा?
18.
1991 से पहले भारत में द्वितीयक क्षेत्र में मंद वृद्धि का प्राथमिक कारण क्या था?
19.
भारत में वर्तमान सरकारी व्यय की सबसे बड़ी एकल मद है:
20.
भारत में हरित क्रांति का प्रारंभ किस दशक में हुआ था?
21.
भारतीय संविधान के अनुसार, निम्नलिखित में से कौन – सा, संघ लोक सेवा आयोग का कार्य नहीं हैं?
22.
निम्नलिखित में से कौन सा सरकार की संसदीय प्रणाली का अपरिहार्य गुण है?
23.
प्रारंभ में कितने मौलिक अधिकार प्रदान किये गये?
24.
भारतीय संविधान की कौन – सी अनूसूची, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के राज्यसभा में सीटों के आवंटन से संबंधित हैं?
25.
कौन सा मामला मौलिक अधिकारों से संबंधित है?
26.
पित्त रस को __________ नामक एक थैली मैं संग्रहित किया जाता है |
27.
कोशिकाद्रव्य में राइबोसोम, माइटोकॉन्ड्रिया और गॉल्जीकाय जैसे ____________ होते हैं।
28.
किस लौह अयस्क में सर्वाधिक लोहा मिलता है?
29.
प्लास्टर ऑफ पेरिस का रासायनिक नाम क्या है?
30.
जब प्रकाश की किरण एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाती है, तो इसकी ?
31.
हल कीजिए: \(41 – [36 – \{48 \div 2 – (4 – 12 \div 3) \div 3\}]\)
32.
पाँच संख्याओं का योगफल 655 है। पहली दो संख्याओं का औसत 78 है और तीसरी संख्या 129 हैं। शेष दो संख्याओं का औसत ज्ञात कीजिए।
33.
पेट्रोल के मूल्य में (प्रति लीटर) 40% की वृद्धि होती हैं। इसकी खपत में कितने प्रतिशत की कमी कर दी जाए कि इस पर होने वाले व्यय में केवल 19% की वृद्धि हो?
34.
निम्नलिखित को साधारण भिन्न में व्यक्त करें।
\(0.\overline{23} + 0.\overline{54} + 0.\overline{3}\)
35.
1471369 का वर्गमूल ज्ञात कीजिए।
36.
'संसार' का पर्यायवाची क्या होगा?
37.
निम्नलिखित में पुल्लिंग शब्द है-
38.
'नीम हकीम खतरे जान' का अर्थ है-
39.
महावीर प्रसाद द्विवेदी इनमें से किस पत्रिका के संपादक थे?
40.
जिसे कभी क्षमा न किया जा सके
41.
Select the word which means the same as the group of words given.
Unit of weight for precious stones
42.
Read the following paragraph and answer the following questions:
Lala Lajpat Rai was one of the greatest freedom fighters of India. He was born on January 28, 1865, in Dhudike village of Punjab. He is also known as the “Lion of Punjab” for his fearless nature and powerful speeches. Along with Bal Gangadhar Tilak and Bipin Chandra Pal, he was part of the famous trio “Lal-Bal-Pal” who played a major role in India’s struggle for independence. Lajpat Rai was a strong believer in nationalism and believed that education and unity were essential for India’s progress. He studied law and became a successful lawyer. However, he left his profession to dedicate himself fully to the freedom movement. He joined the Indian National Congress and took part in many protests against British rule. He founded several institutions to promote education and social reform, including the Servants of the People Society. He also worked to uplift the poor and fight against caste discrimination. In 1928, he led a peaceful protest against the Simon Commission, which had no Indian members. During this protest, he was brutally attacked by the British police. He was seriously injured and died on November 17, 1928. Before his death, he said, “Every blow on my body will be a nail in the coffin of British rule.” His sacrifice inspired many revolutionaries like Bhagat Singh. Lala Lajpat Rai’s courage, patriotism, and contribution to India’s freedom struggle are remembered with deep respect.
Q.What is Lala Lajpat Rai popularly known as?
43.
Read the following paragraph and answer the following questions:
Lala Lajpat Rai was one of the greatest freedom fighters of India. He was born on January 28, 1865, in Dhudike village of Punjab. He is also known as the “Lion of Punjab” for his fearless nature and powerful speeches. Along with Bal Gangadhar Tilak and Bipin Chandra Pal, he was part of the famous trio “Lal-Bal-Pal” who played a major role in India’s struggle for independence. Lajpat Rai was a strong believer in nationalism and believed that education and unity were essential for India’s progress. He studied law and became a successful lawyer. However, he left his profession to dedicate himself fully to the freedom movement. He joined the Indian National Congress and took part in many protests against British rule. He founded several institutions to promote education and social reform, including the Servants of the People Society. He also worked to uplift the poor and fight against caste discrimination. In 1928, he led a peaceful protest against the Simon Commission, which had no Indian members. During this protest, he was brutally attacked by the British police. He was seriously injured and died on November 17, 1928. Before his death, he said, “Every blow on my body will be a nail in the coffin of British rule.” His sacrifice inspired many revolutionaries like Bhagat Singh. Lala Lajpat Rai’s courage, patriotism, and contribution to India’s freedom struggle are remembered with deep respect.
Q. Who were part of the Lal-Bal-Pal trio?
44.
Select the most appropriate ANTONYM of the given word.
45.
Select the most appropriate option to fill in blank.
I would like to know _______ this machine works.
46.
E, F, G, H, I और J एक गोल मेज के परित: मेज के केंद्र की ओर अभिमुख होकर बैठे हैं। J के बाएं से दुसरे स्थान पर F बैठा है। F का निकटतम पड़ोसी। है। I और E के बीच केवल H बैठा है। G के दाएं से गिनने पर, G और H के बीच कितने व्यक्ति बैठे हैं?
47.
एक निश्चित कूट भाषा में,
A # B का अर्थ है कि ‘A, B का भाई है’
A! B का अर्थ है कि ‘A, B की पत्नी है’
A + B का अर्थ है कि ‘A, B की माता है’
A – B का अर्थ है कि ‘A, B का पिता है’
उपरोक्त के आधार पर , यदि ‘ L # I ! G – H + T है, तो L का T से क्या संबंध हैं?
48.
अंग्रेजी वर्णमाला क्रम के आधार पर, किसी निश्चित तरीके से CGJK का संबंध IMPQ से हैं। उसी तरीके से HLQR का संबंध NRWX से है। समान तर्क का अनुसरण करते हुए, दिए गए विकल्पों मे से AEMO का संबंध किससे हैं?
49.
यदि आने वाले कल के 4 दिन बाद रविवार हो, तो बीते हुए कल से 4 दिन पहले कौन – सा दिन था?
50.
दिए गए कथनों और निष्कर्षों को ध्यान से पढ़े। यह मानते हुए कि कथनों में दी गई जानकारी सत्य है, भले ही वह सामान्य रुप से ज्ञात तथ्यों से भिन्न प्रतीत होती हो, तय करें कि दिए निष्कर्षों में से कौन – सा/से निष्कर्ष, कथनों का तार्किक रूप से अनुसरण करता है/करते हैं।
कथन:
सभी गीतकार, गायक हैं।
कुछ गायक, लेखक, संगीतकार नहीं है।
निष्कर्ष:
(I) कोइ भी गीतकार, संगीतकार नहीं हैं।
(II) कुछ लेखक, गीतकार हैं।
51.
मई 2025 में भारत के 52वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में किसे नियुक्त किया गया है?
52.
संविधान के किस अनुच्छेद के तहत जनगणना एक संघ का विषय है?
53.
एशियाई खेल 2026 कहाँ आयोजित किए जाएँगे?
54.
निम्नलिखित में से किसे लोक संगीत में उनके योगदान के लिए 2025 में मरणोपरांत पद्म विभूषण मिला?
55.
श्रीनिवास रामानुजन के बारे में भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार द्वारा अप्रैल, 2025 में लॉन्च की गई नई पुस्तक का शीर्षक क्या है?
56.
नई शिक्षा नीति (NEP) 2020 का निर्माता किसे माना जाता है?
57.
सिंधु जल संधि (IWT) 1960 में किन देशों के बीच हस्ताक्षरित की गई थी?
58.
विश्व पृथ्वी दिवस 2025 का विषय क्या है?
59.
कौन सा राज्य खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 के 7वें संस्करण की मेजबानी कर रहा है?
60.
विश्व मुक्केबाजी कप में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय मुक्केबाज कौन हैं और किस वर्ष?
61.
निम्नलिखित में से कौन सा एक प्रसिद्ध असमिया त्योहार है?
62.
निम्न में से कौन-सा देश भारत का समुद्री पड़ोसी नहीं है?
63.
मूर्तिदेवी पुरस्कार निम्नलिखित में से किस क्षेत्र में प्रतिवर्ष दिया जाता है ?
64.
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) का मुख्यालय कहाँ स्थित है?
65.
विश्व बाघ दिवस कब मनाया जाता है?
66.
जापान की मुद्रा कौन – सी है?
67.
भारत का 'गोलकुंडा किला' किस राज्य में है?
68.
ऐशेज ऑन द गीता किस की पुस्तक है?
69.
जलवायु परिवर्तन का मुख्य कारण हैं?
70.
प्रथम केन्द्रीय विधान सभा का गठन कब किया गया था?
71.
2019 में, पिछले वर्ष की तुलना में जौ के उत्पादन में प्रतिशत वृद्धि कितनी थी?
72.
2016 से 2020 की अवधि के दौरान, कुल उत्पादन का x प्रतिशत गेहूँ का उत्पादन होता है। x का मान लगभग है:
73.
वर्ष 2020 में, उत्पादन में वृद्धि पिछले वर्ष की तुलना में किसके लिए अधिकतम थी?
74.
वर्ष 2016 से 2020 तक चावल के औसत उत्पादन और जौ के औसत उत्पादन का अंतर (मिलियन टन में) है?
75.
वर्ष 2020 में गेहूँ और जौ के उत्पादन का अनुपात कितना था ?
76.
निम्न तालिका मे गरीबी रेखा और (लिंग) के आधार पर पांच राज्यों, P, Q, R, Sऔर T की जनसंख्या का प्रतिशत वितरण दिया गया है।
M – Male (पुरुष) and F – Female ( महिला)

प्रश्न: यदि राज्य R के लिए गरीबी रेखा से ऊपर की पुरुष जनसंख्या 1.9 करोड़ है, तो राज्य R की कुल जनसंख्या है?
77.
निम्न तालिका मे गरीबी रेखा और (लिंग) के आधार पर पांच राज्यों, P, Q, R, Sऔर T की जनसंख्या का प्रतिशत वितरण दिया गया है।
M – Male (पुरुष) and F – Female ( महिला)

प्रश्न: राज्य S में गरीबी रेखा से ऊपर की महिलाओं की संख्या क्या होगी यदि यह ज्ञात हो कि राज्य S की जनसंख्या 7 करोड़ है?
78.
निम्न तालिका मे गरीबी रेखा और (लिंग) के आधार पर पांच राज्यों, P, Q, R, Sऔर T की जनसंख्या का प्रतिशत वितरण दिया गया है।
M – Male (पुरुष) and F – Female ( महिला)

प्रश्न: यदि राज्य P के लिए गरीबी रेखा से नीचे की महिला आबादी 2.1 करोड़ है, तो राज्य P के लिए गरीबी रेखा से ऊपर की पुरुष जनसंख्या क्या होगी?
79.
निम्न तालिका मे गरीबी रेखा और (लिंग) के आधार पर पांच राज्यों, P, Q, R, Sऔर T की जनसंख्या का प्रतिशत वितरण दिया गया है।
M – Male (पुरुष) and F – Female ( महिला)

प्रश्न: यदि राज्य Q के लिए गरीबी रेखा से नीचे वाले पुरुषों की जनसंख्या 2.4 करोड़ है और राज्य T के लिए 6 करोड़ है, तो राज्यों Q और T की कुल जनसंख्या किस अनुपात में है?
80.
निम्न तालिका मे गरीबी रेखा और (लिंग) के आधार पर पांच राज्यों, P, Q, R, Sऔर T की जनसंख्या का प्रतिशत वितरण दिया गया है।
M – Male (पुरुष) and F – Female ( महिला)

प्रश्न: किस राज्य में गरीबी रेखा से नीचे जनसंख्या का प्रतिशत सबसे कम है
81.
निम्नलिखित ग्राफ को पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर दीजिए ?

प्रश्न : 2019 में व्यापर घाटा 2016 में व्यापर घाटे का लगभग कितना गुना था?
82.
निम्नलिखित ग्राफ को पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर दीजिए ?

प्रश्न : 2015 में व्यापर घाटे की तुलना में 2019 में व्यापर घाटे में प्रतिशत वृद्धि कितनी थी?
83.
निम्नलिखित ग्राफ को पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर दीजिए ?

प्रश्न : निम्नलिखित में से किस वर्ष में, व्यापर घाटे की प्रतिशत वृद्धि उसके पिछले वर्ष की तुलना में सबसे अधिक थी?
84.
निम्नलिखित ग्राफ को पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर दीजिए ?

प्रश्न : वर्ष 2015 तथा वर्ष 2018 में व्यापर घाटे का अनुपात कितना था ?
85.
निम्नलिखित ग्राफ को पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर दीजिए ?

प्रश्न : वर्ष 2018 में व्यापर घाटा औसत व्यापर घाटे का लगभग कितने प्रतिशत था?
86.
निम्नलिखित पाई-चार्ट किसी पुस्तक को प्रकाशित करने में हुए व्यय का प्रतिशत वितरण दर्शाता है। पाई-चार्ट का अध्ययन करें और उसके आधार पर प्रश्नों के उत्तर दें।

प्रश्न 1: पुस्तक की कीमत लागत मूल्य से 20% अधिक है। यदि पुस्तक का अंकित मूल्य रु 180 है, तो पुस्तक की एक प्रति में प्रयुक्त कागज की कीमत क्या है?
87.
निम्नलिखित पाई-चार्ट किसी पुस्तक को प्रकाशित करने में हुए व्यय का प्रतिशत वितरण दर्शाता है। पाई-चार्ट का अध्ययन करें और उसके आधार पर प्रश्नों के उत्तर दें।

प्रश्न 1: यदि पुस्तकों की एक निश्चित मात्रा के लिए, प्रकाशक को मुद्रण लागत (Printing Cost) के रूप में 30,600 रुपये का भुगतान करना पड़ता है, तो इन पुस्तकों के लिए रॉयल्टी (Royalty) की राशि का भुगतान क्या होगा?
88.
निम्नलिखित पाई-चार्ट किसी पुस्तक को प्रकाशित करने में हुए व्यय का प्रतिशत वितरण दर्शाता है। पाई-चार्ट का अध्ययन करें और उसके आधार पर प्रश्नों के उत्तर दें।

प्रश्न: यदि 5500 प्रतियां प्रकाशित हुई हैं और उन पर परिवहन लागत (Transportation) 82500 रुपये है, तो पुस्तक का विक्रय मूल्य क्या होना चाहिए ताकि प्रकाशक 25% का लाभ कमा सके?
89.
निम्नलिखित पाई-चार्ट किसी पुस्तक को प्रकाशित करने में हुए व्यय का प्रतिशत वितरण दर्शाता है। पाई-चार्ट का अध्ययन करें और उसके आधार पर प्रश्नों के उत्तर दें।

प्रश्न: पुस्तक पर रॉयल्टी (Royalty), मुद्रण (Printing) लागत से कितना कम है ?
90.
निम्नलिखित पाई-चार्ट किसी पुस्तक को प्रकाशित करने में हुए व्यय का प्रतिशत वितरण दर्शाता है। पाई-चार्ट का अध्ययन करें और उसके आधार पर प्रश्नों के उत्तर दें।

प्रश्न: पुस्तक पर रॉयल्टी (Royalty), मुद्रण (Printing) लागत से कितना कम है ?
91.
नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर विकल्पों के आधार पर दीजिए
आगाखाँ महल में खाने-पीने की कोई तकलीफ नहीं थी। हवा की दृष्टि से भी स्थान अच्छा था। महात्मा जी का साथ भी था। किंतु कस्तूरबा के लिए यह विचार ही असह्य हुआ कि ‘मैं कैद में हूँ।’ उन्होंने कई बार कहा-“मुझे यहाँ का वैभव कतई नहीं चाहिए, मुझे तो सेवाग्राम की कुटिया ही पसंद है।” सरकार ने उनके शरीर को कैद रखा किंतु उनकी आत्मा को वह कैद सहन नहीं हुई। जिस प्रकार पिंजड़े का पक्षी प्राणों का त्याग करके बंधनमुक्त हो जाता है उसी प्रकार कस्तूरबा ने सरकार की कैद में अपना शरीर छोड़ा और वह स्वतंत्र हुईं। उनके इस मूक किंतु तेजस्वी बलिदान के कारण अंग्रेजी साम्राज्य की नींव ढीली हुई और हिंदुस्तान पर उनकी हुकूमत कमजोर हुई।
कस्तूरबा ने अपनी कृतिनिष्ठा के द्वारा यह दिखा दिया कि शुद्ध और रोचक साहित्य के पहाड़ों की अपेक्षा कृति का एक कण अधिक मूल्यवान और आबदार होता है। शब्दशास्त्र में जो लोग निपुण होते हैं, उनको कर्तव्य-अकर्तव्य की हमेशा ही विचिकित्सा करनी पड़ती है। कृतिनिष्ठि लोगों को ऐसी दुविधा कभी परेशान नहीं कर पाती। कस्तूरबा के सामने उनका कर्तव्य किसी दीये के समान स्पष्ट था। कभी कोई चर्चा शुरू हो जाती तब ‘मुझसे यही होगा’ और ‘यह नहीं होगा’-इन दो वाक्यों में अपना ही फैसला सुना देतीं।
प्रश्न : कस्तूरबा को आगाखाँ महल में कौन-सी बात असह्य लगी?
92.
नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर विकल्पों के आधार पर दीजिए
आगाखाँ महल में खाने-पीने की कोई तकलीफ नहीं थी। हवा की दृष्टि से भी स्थान अच्छा था। महात्मा जी का साथ भी था। किंतु कस्तूरबा के लिए यह विचार ही असह्य हुआ कि ‘मैं कैद में हूँ।’ उन्होंने कई बार कहा-“मुझे यहाँ का वैभव कतई नहीं चाहिए, मुझे तो सेवाग्राम की कुटिया ही पसंद है।” सरकार ने उनके शरीर को कैद रखा किंतु उनकी आत्मा को वह कैद सहन नहीं हुई। जिस प्रकार पिंजड़े का पक्षी प्राणों का त्याग करके बंधनमुक्त हो जाता है उसी प्रकार कस्तूरबा ने सरकार की कैद में अपना शरीर छोड़ा और वह स्वतंत्र हुईं। उनके इस मूक किंतु तेजस्वी बलिदान के कारण अंग्रेजी साम्राज्य की नींव ढीली हुई और हिंदुस्तान पर उनकी हुकूमत कमजोर हुई।
कस्तूरबा ने अपनी कृतिनिष्ठा के द्वारा यह दिखा दिया कि शुद्ध और रोचक साहित्य के पहाड़ों की अपेक्षा कृति का एक कण अधिक मूल्यवान और आबदार होता है। शब्दशास्त्र में जो लोग निपुण होते हैं, उनको कर्तव्य-अकर्तव्य की हमेशा ही विचिकित्सा करनी पड़ती है। कृतिनिष्ठि लोगों को ऐसी दुविधा कभी परेशान नहीं कर पाती। कस्तूरबा के सामने उनका कर्तव्य किसी दीये के समान स्पष्ट था। कभी कोई चर्चा शुरू हो जाती तब ‘मुझसे यही होगा’ और ‘यह नहीं होगा’-इन दो वाक्यों में अपना ही फैसला सुना देतीं।
प्रश्न : कस्तूरबा को सेवाग्राम की कुटिया क्यों पसंद थी?
93.
नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर विकल्पों के आधार पर दीजिए
आगाखाँ महल में खाने-पीने की कोई तकलीफ नहीं थी। हवा की दृष्टि से भी स्थान अच्छा था। महात्मा जी का साथ भी था। किंतु कस्तूरबा के लिए यह विचार ही असह्य हुआ कि ‘मैं कैद में हूँ।’ उन्होंने कई बार कहा-“मुझे यहाँ का वैभव कतई नहीं चाहिए, मुझे तो सेवाग्राम की कुटिया ही पसंद है।” सरकार ने उनके शरीर को कैद रखा किंतु उनकी आत्मा को वह कैद सहन नहीं हुई। जिस प्रकार पिंजड़े का पक्षी प्राणों का त्याग करके बंधनमुक्त हो जाता है उसी प्रकार कस्तूरबा ने सरकार की कैद में अपना शरीर छोड़ा और वह स्वतंत्र हुईं। उनके इस मूक किंतु तेजस्वी बलिदान के कारण अंग्रेजी साम्राज्य की नींव ढीली हुई और हिंदुस्तान पर उनकी हुकूमत कमजोर हुई।
कस्तूरबा ने अपनी कृतिनिष्ठा के द्वारा यह दिखा दिया कि शुद्ध और रोचक साहित्य के पहाड़ों की अपेक्षा कृति का एक कण अधिक मूल्यवान और आबदार होता है। शब्दशास्त्र में जो लोग निपुण होते हैं, उनको कर्तव्य-अकर्तव्य की हमेशा ही विचिकित्सा करनी पड़ती है। कृतिनिष्ठि लोगों को ऐसी दुविधा कभी परेशान नहीं कर पाती। कस्तूरबा के सामने उनका कर्तव्य किसी दीये के समान स्पष्ट था। कभी कोई चर्चा शुरू हो जाती तब ‘मुझसे यही होगा’ और ‘यह नहीं होगा’-इन दो वाक्यों में अपना ही फैसला सुना देतीं।
प्रश्न : कस्तूरबा की मृत्यु को लेखक ने किससे तुलना की है?
94.
नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर विकल्पों के आधार पर दीजिए
आगाखाँ महल में खाने-पीने की कोई तकलीफ नहीं थी। हवा की दृष्टि से भी स्थान अच्छा था। महात्मा जी का साथ भी था। किंतु कस्तूरबा के लिए यह विचार ही असह्य हुआ कि ‘मैं कैद में हूँ।’ उन्होंने कई बार कहा-“मुझे यहाँ का वैभव कतई नहीं चाहिए, मुझे तो सेवाग्राम की कुटिया ही पसंद है।” सरकार ने उनके शरीर को कैद रखा किंतु उनकी आत्मा को वह कैद सहन नहीं हुई। जिस प्रकार पिंजड़े का पक्षी प्राणों का त्याग करके बंधनमुक्त हो जाता है उसी प्रकार कस्तूरबा ने सरकार की कैद में अपना शरीर छोड़ा और वह स्वतंत्र हुईं। उनके इस मूक किंतु तेजस्वी बलिदान के कारण अंग्रेजी साम्राज्य की नींव ढीली हुई और हिंदुस्तान पर उनकी हुकूमत कमजोर हुई।
कस्तूरबा ने अपनी कृतिनिष्ठा के द्वारा यह दिखा दिया कि शुद्ध और रोचक साहित्य के पहाड़ों की अपेक्षा कृति का एक कण अधिक मूल्यवान और आबदार होता है। शब्दशास्त्र में जो लोग निपुण होते हैं, उनको कर्तव्य-अकर्तव्य की हमेशा ही विचिकित्सा करनी पड़ती है। कृतिनिष्ठि लोगों को ऐसी दुविधा कभी परेशान नहीं कर पाती। कस्तूरबा के सामने उनका कर्तव्य किसी दीये के समान स्पष्ट था। कभी कोई चर्चा शुरू हो जाती तब ‘मुझसे यही होगा’ और ‘यह नहीं होगा’-इन दो वाक्यों में अपना ही फैसला सुना देतीं।
प्रश्न : कस्तूरबा के बलिदान का क्या प्रभाव पड़ा?
95.
नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर विकल्पों के आधार पर दीजिए
आगाखाँ महल में खाने-पीने की कोई तकलीफ नहीं थी। हवा की दृष्टि से भी स्थान अच्छा था। महात्मा जी का साथ भी था। किंतु कस्तूरबा के लिए यह विचार ही असह्य हुआ कि ‘मैं कैद में हूँ।’ उन्होंने कई बार कहा-“मुझे यहाँ का वैभव कतई नहीं चाहिए, मुझे तो सेवाग्राम की कुटिया ही पसंद है।” सरकार ने उनके शरीर को कैद रखा किंतु उनकी आत्मा को वह कैद सहन नहीं हुई। जिस प्रकार पिंजड़े का पक्षी प्राणों का त्याग करके बंधनमुक्त हो जाता है उसी प्रकार कस्तूरबा ने सरकार की कैद में अपना शरीर छोड़ा और वह स्वतंत्र हुईं। उनके इस मूक किंतु तेजस्वी बलिदान के कारण अंग्रेजी साम्राज्य की नींव ढीली हुई और हिंदुस्तान पर उनकी हुकूमत कमजोर हुई।
कस्तूरबा ने अपनी कृतिनिष्ठा के द्वारा यह दिखा दिया कि शुद्ध और रोचक साहित्य के पहाड़ों की अपेक्षा कृति का एक कण अधिक मूल्यवान और आबदार होता है। शब्दशास्त्र में जो लोग निपुण होते हैं, उनको कर्तव्य-अकर्तव्य की हमेशा ही विचिकित्सा करनी पड़ती है। कृतिनिष्ठि लोगों को ऐसी दुविधा कभी परेशान नहीं कर पाती। कस्तूरबा के सामने उनका कर्तव्य किसी दीये के समान स्पष्ट था। कभी कोई चर्चा शुरू हो जाती तब ‘मुझसे यही होगा’ और ‘यह नहीं होगा’-इन दो वाक्यों में अपना ही फैसला सुना देतीं।
प्रश्न : कस्तूरबा की सोच कैसी थी?
96.
नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर विकल्पों के आधार पर दीजिए
1857 की क्रांति के समय, ब्रिटिश सरकार ने अपने शासन को मजबूत करने के लिए सैनिकों को कठोर अनुशासन में रखा था। सैनिकों को नए बंदूकें और गोला-बारूद दिए जाते थे, जिससे वे अधिक प्रशिक्षित हो सकें। लेकिन इन सैनिकों में असंतोष भी था, क्योंकि उन्हें अपने अधिकार नहीं मिल रहे थे।एक दिन एक सैनिक ने बंदूक की मरम्मत करते हुए कहा, “क्या तुम्हें पता है कि ये बंदूकें हमें अपनी आज़ादी से दूर कर रही हैं?” सैनिकों ने मिलकर अपने अधिकारों की मांग की। उन्होंने ब्रिटिश सरकार को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे उनकी बात नहीं सुन रहे थे।सैनिकों के बीच में एक प्रमुख था, जिसने सभी को एकजुट किया और कहा कि हमें अपनी आज़ादी के लिए लड़ना होगा। उन्होंने एक योजना बनाई और क्रांति शुरू कर दी। धीरे-धीरे कई सैनिक उनकी बात मानने लगे और ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ आवाज उठाई।इस क्रांति में कई सैनिक घायल हुए, लेकिन उनकी हिम्मत नहीं टूटी। अंत में, सरकार ने उनकी मांगों को माना और सैनिकों को कुछ अधिकार दिए गए। यह कहानी हमें यह सिखाती है कि जब लोग एकजुट होते हैं तो वे किसी भी अन्याय के खिलाफ लड़ सकते हैं।
प्रश्न : 1857 की क्रांति के दौरान सैनिकों को क्या दिया गया था ताकि वे अधिक प्रशिक्षित हो सकें?
97.
नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर विकल्पों के आधार पर दीजिए-
1857 की क्रांति के समय, ब्रिटिश सरकार ने अपने शासन को मजबूत करने के लिए सैनिकों को कठोर अनुशासन में रखा था। सैनिकों को नए बंदूकें और गोला-बारूद दिए जाते थे, जिससे वे अधिक प्रशिक्षित हो सकें। लेकिन इन सैनिकों में असंतोष भी था, क्योंकि उन्हें अपने अधिकार नहीं मिल रहे थे।एक दिन एक सैनिक ने बंदूक की मरम्मत करते हुए कहा, “क्या तुम्हें पता है कि ये बंदूकें हमें अपनी आज़ादी से दूर कर रही हैं?” सैनिकों ने मिलकर अपने अधिकारों की मांग की। उन्होंने ब्रिटिश सरकार को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे उनकी बात नहीं सुन रहे थे।सैनिकों के बीच में एक प्रमुख था, जिसने सभी को एकजुट किया और कहा कि हमें अपनी आज़ादी के लिए लड़ना होगा। उन्होंने एक योजना बनाई और क्रांति शुरू कर दी। धीरे-धीरे कई सैनिक उनकी बात मानने लगे और ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ आवाज उठाई।इस क्रांति में कई सैनिक घायल हुए, लेकिन उनकी हिम्मत नहीं टूटी। अंत में, सरकार ने उनकी मांगों को माना और सैनिकों को कुछ अधिकार दिए गए। यह कहानी हमें यह सिखाती है कि जब लोग एकजुट होते हैं तो वे किसी भी अन्याय के खिलाफ लड़ सकते हैं।
प्रश्न : सैनिकों ने ब्रिटिश सरकार से क्या मांगा था?
98.
नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर विकल्पों के आधार पर दीजिए-
1857 की क्रांति के समय, ब्रिटिश सरकार ने अपने शासन को मजबूत करने के लिए सैनिकों को कठोर अनुशासन में रखा था। सैनिकों को नए बंदूकें और गोला-बारूद दिए जाते थे, जिससे वे अधिक प्रशिक्षित हो सकें। लेकिन इन सैनिकों में असंतोष भी था, क्योंकि उन्हें अपने अधिकार नहीं मिल रहे थे।एक दिन एक सैनिक ने बंदूक की मरम्मत करते हुए कहा, “क्या तुम्हें पता है कि ये बंदूकें हमें अपनी आज़ादी से दूर कर रही हैं?” सैनिकों ने मिलकर अपने अधिकारों की मांग की। उन्होंने ब्रिटिश सरकार को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे उनकी बात नहीं सुन रहे थे।सैनिकों के बीच में एक प्रमुख था, जिसने सभी को एकजुट किया और कहा कि हमें अपनी आज़ादी के लिए लड़ना होगा। उन्होंने एक योजना बनाई और क्रांति शुरू कर दी। धीरे-धीरे कई सैनिक उनकी बात मानने लगे और ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ आवाज उठाई।इस क्रांति में कई सैनिक घायल हुए, लेकिन उनकी हिम्मत नहीं टूटी। अंत में, सरकार ने उनकी मांगों को माना और सैनिकों को कुछ अधिकार दिए गए। यह कहानी हमें यह सिखाती है कि जब लोग एकजुट होते हैं तो वे किसी भी अन्याय के खिलाफ लड़ सकते हैं।
प्रश्न : सैनिकों ने अपनी आज़ादी के लिए किसकी अगुवाई में लड़ाई शुरू की?
99.
नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर विकल्पों के आधार पर दीजिए-
1857 की क्रांति के समय, ब्रिटिश सरकार ने अपने शासन को मजबूत करने के लिए सैनिकों को कठोर अनुशासन में रखा था। सैनिकों को नए बंदूकें और गोला-बारूद दिए जाते थे, जिससे वे अधिक प्रशिक्षित हो सकें। लेकिन इन सैनिकों में असंतोष भी था, क्योंकि उन्हें अपने अधिकार नहीं मिल रहे थे।एक दिन एक सैनिक ने बंदूक की मरम्मत करते हुए कहा, “क्या तुम्हें पता है कि ये बंदूकें हमें अपनी आज़ादी से दूर कर रही हैं?” सैनिकों ने मिलकर अपने अधिकारों की मांग की। उन्होंने ब्रिटिश सरकार को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे उनकी बात नहीं सुन रहे थे।सैनिकों के बीच में एक प्रमुख था, जिसने सभी को एकजुट किया और कहा कि हमें अपनी आज़ादी के लिए लड़ना होगा। उन्होंने एक योजना बनाई और क्रांति शुरू कर दी। धीरे-धीरे कई सैनिक उनकी बात मानने लगे और ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ आवाज उठाई।इस क्रांति में कई सैनिक घायल हुए, लेकिन उनकी हिम्मत नहीं टूटी। अंत में, सरकार ने उनकी मांगों को माना और सैनिकों को कुछ अधिकार दिए गए। यह कहानी हमें यह सिखाती है कि जब लोग एकजुट होते हैं तो वे किसी भी अन्याय के खिलाफ लड़ सकते हैं।
प्रश्न : गद्यांश के अनुसार, स्वतंत्रता संग्राम में कई लोगों ने क्या किया?
100.
नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर विकल्पों के आधार पर दीजिए-
1857 की क्रांति के समय, ब्रिटिश सरकार ने अपने शासन को मजबूत करने के लिए सैनिकों को कठोर अनुशासन में रखा था। सैनिकों को नए बंदूकें और गोला-बारूद दिए जाते थे, जिससे वे अधिक प्रशिक्षित हो सकें। लेकिन इन सैनिकों में असंतोष भी था, क्योंकि उन्हें अपने अधिकार नहीं मिल रहे थे।एक दिन एक सैनिक ने बंदूक की मरम्मत करते हुए कहा, “क्या तुम्हें पता है कि ये बंदूकें हमें अपनी आज़ादी से दूर कर रही हैं?” सैनिकों ने मिलकर अपने अधिकारों की मांग की। उन्होंने ब्रिटिश सरकार को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे उनकी बात नहीं सुन रहे थे।सैनिकों के बीच में एक प्रमुख था, जिसने सभी को एकजुट किया और कहा कि हमें अपनी आज़ादी के लिए लड़ना होगा। उन्होंने एक योजना बनाई और क्रांति शुरू कर दी। धीरे-धीरे कई सैनिक उनकी बात मानने लगे और ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ आवाज उठाई।इस क्रांति में कई सैनिक घायल हुए, लेकिन उनकी हिम्मत नहीं टूटी। अंत में, सरकार ने उनकी मांगों को माना और सैनिकों को कुछ अधिकार दिए गए। यह कहानी हमें यह सिखाती है कि जब लोग एकजुट होते हैं तो वे किसी भी अन्याय के खिलाफ लड़ सकते हैं।
प्रश्न : गाँव में अंग्रेज़ों द्वारा फांसी की सजा के बाद गाँव वालों की प्रतिक्रिया क्या थी?
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